मुझे उसके बारे में कुछ बताना हैकुछ डेढ़ साल हो गए हैं हमारे रिश्ते कोऔर आज मैं ये वहम यकीन में बदलते हुए कहती हूं कि(See Caption) -
मुझे उसके बारे में कुछ बताना हैकुछ डेढ़ साल हो गए हैं हमारे रिश्ते कोऔर आज मैं ये वहम यकीन में बदलते हुए कहती हूं कि(See Caption)
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To the words which have left meTo the heart which I once ownedTo the life which is lost in meMay you find me again,Maybe after some years,Scattered here and thereFor I'm morbid today, Liable to fill the platesWhich once fed me ... -
To the words which have left meTo the heart which I once ownedTo the life which is lost in meMay you find me again,Maybe after some years,Scattered here and thereFor I'm morbid today, Liable to fill the platesWhich once fed me ...
What happens when you lose your art? -
What happens when you lose your art?
एक मुलाकातना नाम है इसकाना ही कोई मुकाम है इसकाजो बयान करने जाऊंतो ना जाने क्या अंजाम हो मेरा,कहने को अजनबीहाय, ये अजनबी!(See caption) -
एक मुलाकातना नाम है इसकाना ही कोई मुकाम है इसकाजो बयान करने जाऊंतो ना जाने क्या अंजाम हो मेरा,कहने को अजनबीहाय, ये अजनबी!(See caption)
He undressed me petal by petal,not knowing that the scent would beleft in fingers too -
He undressed me petal by petal,not knowing that the scent would beleft in fingers too
जब मेरे बालों की गहराई तुम्हारी मुट्ठी से बाहर हैजब मेरे पीठ पर सजे सितारेतुम्हारी गिनती से परे हैंजब मेरी कमर की लचक तुम्हारी हथेलियों से दूर हैतो सोचो ज़रा,तुम्हारी मुझे रात भर मेंजी लेनी की यह ख्वाहिशकितनी बेफिज़ूल है ! -
जब मेरे बालों की गहराई तुम्हारी मुट्ठी से बाहर हैजब मेरे पीठ पर सजे सितारेतुम्हारी गिनती से परे हैंजब मेरी कमर की लचक तुम्हारी हथेलियों से दूर हैतो सोचो ज़रा,तुम्हारी मुझे रात भर मेंजी लेनी की यह ख्वाहिशकितनी बेफिज़ूल है !
तुझे छूने की भूख मिटकर नहीं मिटतीक्यों वस्ल की राहत हमेशा के लिए नहीं होती? -
तुझे छूने की भूख मिटकर नहीं मिटतीक्यों वस्ल की राहत हमेशा के लिए नहीं होती?
कि आए कोई अंजान आज इतना सा एहसान कर जाएबाहों में समेट ले पीठ सहलाए,मगर आबरू न हटाएमगर आबरू न हटाए। -
कि आए कोई अंजान आज इतना सा एहसान कर जाएबाहों में समेट ले पीठ सहलाए,मगर आबरू न हटाएमगर आबरू न हटाए।
हज़ारों के दिल तोड़े थेएक उसका दिल बचाने के लिएखुदा उसे भी मेरी किस्मत में क्यों लिखता ? -
हज़ारों के दिल तोड़े थेएक उसका दिल बचाने के लिएखुदा उसे भी मेरी किस्मत में क्यों लिखता ?
यहां जो आता है,दो आने प्यार के मुझसे लेकर चला जाता हैमैं खर्च हो होकर थक चुकी हूं! -
यहां जो आता है,दो आने प्यार के मुझसे लेकर चला जाता हैमैं खर्च हो होकर थक चुकी हूं!