गिरवी रखें हैं कुछ ख़्वाब, तेरी तालीम के लिएकल गुफ़्तगू के दरमियां सहसा ही बोली माँ।। -
गिरवी रखें हैं कुछ ख़्वाब, तेरी तालीम के लिएकल गुफ़्तगू के दरमियां सहसा ही बोली माँ।।
-
बिहार तो छोड़ आए हैं... -
बिहार तो छोड़ आए हैं...
हवा की हिस्सेदारी बढ़ गई हैदिया की जिम्मेदारी बढ़ गई है ।मिलावट कर दिया है रिश्तों में जबवफा की रोजगारी बढ़ गई है ।।गुलामी से तो अच्छी मुफलिसी हैकम से कम खुद्दारी बढ़ गई है ।गाँव के हैं छुपाने लग गए हैंआज कल यह बीमारी बढ़ गई है ।। -
हवा की हिस्सेदारी बढ़ गई हैदिया की जिम्मेदारी बढ़ गई है ।मिलावट कर दिया है रिश्तों में जबवफा की रोजगारी बढ़ गई है ।।गुलामी से तो अच्छी मुफलिसी हैकम से कम खुद्दारी बढ़ गई है ।गाँव के हैं छुपाने लग गए हैंआज कल यह बीमारी बढ़ गई है ।।
यहां शाम-ओ-सहर अच्छा नहीं है न राही, रहगुज़र अच्छा नहीं है ।थी मजबूरियां जो घर को छोड़ आएपता तो था शहर अच्छा नहीं है ।। -
यहां शाम-ओ-सहर अच्छा नहीं है न राही, रहगुज़र अच्छा नहीं है ।थी मजबूरियां जो घर को छोड़ आएपता तो था शहर अच्छा नहीं है ।।
सीने की जगह कान में धड़के है मेरा दिल जब से कहा है उसने के हम फ़ोन करेंगे ।।©इमरान_रिफत💝 -
सीने की जगह कान में धड़के है मेरा दिल जब से कहा है उसने के हम फ़ोन करेंगे ।।©इमरान_रिफत💝
मैंने नहीं लिखी तुम पर कोई कवितायद्यपि लिख सकता था कई कविताएंतुम्हारी निश्छल मुस्कुराहट परखनकते कंगन, कदमों की आहट पर ।लंबी चुप्पी पर, अविराम बातों परदूरी पर, अनगिनत मुलाकातों पर ।।तुम्हारे होने की सहूलियत परया फिर तुम्हारी काबिलियत पर ।फिर भी,मैंने नहीं लिखी तुम पर कोई कविताबस यही सोचकर कि मेरे लिएकिसी भी कविता से कहीं ज्यादा बड़ी हो तुम ।। -
मैंने नहीं लिखी तुम पर कोई कवितायद्यपि लिख सकता था कई कविताएंतुम्हारी निश्छल मुस्कुराहट परखनकते कंगन, कदमों की आहट पर ।लंबी चुप्पी पर, अविराम बातों परदूरी पर, अनगिनत मुलाकातों पर ।।तुम्हारे होने की सहूलियत परया फिर तुम्हारी काबिलियत पर ।फिर भी,मैंने नहीं लिखी तुम पर कोई कविताबस यही सोचकर कि मेरे लिएकिसी भी कविता से कहीं ज्यादा बड़ी हो तुम ।।
जहाँ में ढूंढ रहे हो तो इसे भूल कहोफूल से लोग किताबों में मिला करते हैं । -
जहाँ में ढूंढ रहे हो तो इसे भूल कहोफूल से लोग किताबों में मिला करते हैं ।
पाना, खोना और खो जाने वालों की भरपाई मेंसारा जीवन लग जाता है, रिश्तों की तुरपाई में।। -
पाना, खोना और खो जाने वालों की भरपाई मेंसारा जीवन लग जाता है, रिश्तों की तुरपाई में।।
फूल -
फूल
आँखें... -
आँखें...