Gyan Prakash  
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इश्क़ है, साज़िश नहीं...!! 🖤
Joined 14 February 2017


इश्क़ है, साज़िश नहीं...!! 🖤
Joined 14 February 2017
31 DEC 2020 AT 23:32

What 2020 taught us-
"Among us- there is an imposter."

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31 DEC 2020 AT 23:22

What 2020 taught us-
'छुआ-छूत आज भी एक बीमारी है'

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11 NOV 2020 AT 21:43

वो जो सबका रहा,
वो कभी खुद का ना हो पाया !!

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18 JUL 2020 AT 21:22

In world full of captions,
Be someone's Ghazal ♥️

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10 JUL 2020 AT 18:36

फ़ोन में Wallpaper लगाने के ज़माने में,
Wallet में फ़ोटो रखने वाला ढूंढ रहा हूँ,
मैं २०२० में १९९९ ढूंढ रहा हूँ!

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15 APR 2020 AT 16:52

जब इंग्लिश मीडियम की लड़की, हिंदी मीडियम के लड़के के प्यार में गिरती है तो लव लेटर नहीं प्रेम पत्र लिखती हैं ! बस यही प्रेम है !!

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11 APR 2020 AT 15:36

शान्त, सरल और सुनियोजित !!
एक मैं हूँ
अशांत, कठिन और अव्यवस्थित

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11 APR 2020 AT 15:02

अभी शाम हुई नही थी,
ये उससे पहले का वक़्त था,
जैसे मरने से पहले एक इंसान में थोड़ी सी जान बाकी होती है,
ठीक उतनी ही जान बाकी थी दिन में,
सर्द गर्म साँसों की कॉकटेल बह रही थी,
और हर उस आखिरी साँसों के साथ वो बहोत कुछ कहना चाह रही थी,
कहना चाह रही थी-
अपनो को खोने और पाने की कहानी,
अपने जीवन के संघर्ष की कहानी,
बादलो से खुद के हार जाने की कहानी,
और फ़िर उसी बादलों को चीर कर विजयी होने की कहानी,
किसी रोज़ अपने टूट जाने की कहानी,
औऱ फिर इसी बीच साँसे तेज़ होने लगी,
आवाज़ टूटने लगे
जो आसमां अभी सुनहरे पीले रंगों का था,
अब नारंगी होने लगा, नारंगी से लाल
और लाल से नीला हुआ और फिर ठहर गई,
शाम अब सब कुछ त्याग कर क्षितिज में लुप्त हो गयी और फिर सब कुछ महताब के नाम कर गई..

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31 MAR 2020 AT 23:56

जब इंसान का पेट भरा हो,
तो कुछ भी दे दो उसे,
उसे किसी भी व्यंजन की एहमियत नही रहती।
मगर जब वही इंसान कुछ दिनों से भूखा होता है,
तो उस समय उसी सुखी रोटी भी स्वादिस्ट लगती है,
बस यही बात रिश्तों के साथ भी है !

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9 MAR 2020 AT 19:36

ज़िन्दगी -
चार दीवारी में,
चार दिन की,
चार लोगों के लिये।।

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