27 MAY 2018 AT 20:56

कांटों के रास्ते पर भी चलुंगा, ज़िद्दी राही हूं मैं!
कभी यह नहीं कह सकता कि, हार गया हूं मैं!!
न जाने कितने हमसे उम्मीद लगाए बैठे होंगे...

- ~Govind🍁madhumanda.