उनका साथ होता तो यूँ बेरंग ये शाम न होती,शायद फ़िर इतनी कोशिशें नाकाम न होती,बस उतनी ही उम्र थी उस रिश्ते की,जो होता ताउम्र तो, ख़ुद को अपनी पहचान न होती... - G.V
उनका साथ होता तो यूँ बेरंग ये शाम न होती,शायद फ़िर इतनी कोशिशें नाकाम न होती,बस उतनी ही उम्र थी उस रिश्ते की,जो होता ताउम्र तो, ख़ुद को अपनी पहचान न होती...
- G.V