तेरे मेरे बीच के रिश्तों का खाका तैयार कैसे करू, जो था बीच हमारे उसे लब्ज़ों में बया कैसे करू, कभी साथ हम भी ये भूलकर किसी से प्यार कैसे करू, माना ऐसा कुछ नहीं हुआ हमारे बीच ये सिद्ध कैसे करू..
क्या हुआ हम पास❤ नहीं, सच तो ये भी है की हम दूर नहीं, फिर मिलेंगे कभी कहीं किसी मोड़ पर ये झूठ🌹 तो नहीं, यु ही इंतज़ार खत्म तो नहीं, मन में तु ही हैं ये भी झुठ नहीं, सच कहूं तो तुझे हम कभी भूले ही नहीं.....👫