पलकों के हार जाने पर ही बंद होती हैं अब आंखें,मैं वो शिकायत करता हूँ, जो समझ से पर हुआ करती है ! - गौरव जैन
पलकों के हार जाने पर ही बंद होती हैं अब आंखें,मैं वो शिकायत करता हूँ, जो समझ से पर हुआ करती है !
- गौरव जैन