आज सालों बाद उसने याद कियाबोली कुछ पुरानी कवितायें भेज दोमैंने मुरझाई यादों पेगुनगुना पानी छिड़काकुछ पुराने किस्से सुनायेमैं बोलता रहाऔर वो सुनती रहीफिर अचानक उकता के बोलीरहने दोपुरानी कविता भेजनी थीतुम तो नयी बनाने लगे... - Gaurav Sharma
आज सालों बाद उसने याद कियाबोली कुछ पुरानी कवितायें भेज दोमैंने मुरझाई यादों पेगुनगुना पानी छिड़काकुछ पुराने किस्से सुनायेमैं बोलता रहाऔर वो सुनती रहीफिर अचानक उकता के बोलीरहने दोपुरानी कविता भेजनी थीतुम तो नयी बनाने लगे...
- Gaurav Sharma