Garry Bhatt  
8 Followers · 4 Following

read more
Joined 2 April 2019


read more
Joined 2 April 2019
15 MAR 2023 AT 6:38

सुकूँन ए रूह को अब भी है इंतज़ार तेरा,
आ देख आज भी वही बैठा है वही यार तेरा!

-


30 DEC 2022 AT 8:46

कुछ इस तरह मेरी भी नये साल की शुरूआत होती,
इस 30th दिसम्बर को फिर पहले जैसी मुलाकात होती!

-


5 NOV 2022 AT 19:02

मेरी आँखे यू तेरी तस्वीर से जा लगती है,
सुबह उठकर सब अख़बार ही नही पड़ते!

-


25 OCT 2022 AT 7:12

सुनो एक हसरत है पूरी कोरोगी क्या
इस दिवाली मेरे घर की लक्ष्मी बनोगी क्या

-


22 OCT 2022 AT 7:54

कुछ यू जिया हर पल भर कर दिल मे खवाबों के अफसाने,
आँखे खुले तो तलाशे तुझको जो बंद हो जाये तो ख्वाब तेरे !

-


13 OCT 2022 AT 12:21

कुछ यू अधूरा ही रहा मेरा हर सफर,
कभी खो गये रास्ते तो कभी हमसफर.

-


30 SEP 2022 AT 7:24

उड़ा दी हमने ये साँसे कुछ यू धुएँ में,
जिंदगी कौन सा आग से कम थी हमारी!

-


24 SEP 2022 AT 7:05

कैसी ये अजब सी जंग है मुझ मे,
क्यु कोई मुझसे ही तंग है मुझ मे।

दिल ए बेरुखी संग तड़प ए रूह,
क्यु ये रूह ए सुकून कम है मुझमे।

-


14 SEP 2022 AT 20:39

चाँदनी रातों मे रूह ए धड़कन हद से गुजर जाये,
ख्वाबो मे गर तेरा मिलना मुकम्मल हो जाये l

-


28 AUG 2022 AT 8:43

लम्हे लिये जाये मुझको यादों के बेहद करीब,
सुकूँन ए रूह को तेरा दीदार ही काफी है!

-


Fetching Garry Bhatt Quotes