25 MAR 2018 AT 0:58

कपड़ो से तुम ज़ात बनाते हो...मान लिया मैंने!

दिल भाप कैसे सकते हो?
वो तो केवल रक्त संचालक हैं।
आखिर काला-सफेद कैसे आँका जाता हैं?
वह सांसों में तो लाल हैं, पश्चात मृ के काला पाया हैं ।।
-गरिमा

- गरिमा