वो मुलाक़ात थी जब हम साथ थे।वो जुदाई थी जब हम किसी और के साथ थे।।वो कब्र थी जिसमें हमारा प्यार दफ़्न था।वो परिवार था जिसने कब्र को सजाया था।। - Save Soil
वो मुलाक़ात थी जब हम साथ थे।वो जुदाई थी जब हम किसी और के साथ थे।।वो कब्र थी जिसमें हमारा प्यार दफ़्न था।वो परिवार था जिसने कब्र को सजाया था।।
- Save Soil