shadow of letters   (गजराज)
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प्रकृति प्रेमी , सकारात्मक श्रृंग की ओर अग्रसर !!
Joined 6 September 2017


प्रकृति प्रेमी , सकारात्मक श्रृंग की ओर अग्रसर !!
Joined 6 September 2017
23 MAR 2022 AT 10:18

मुक्त नीति मुक्त श्रुति
मुक्तता में लीन चेहरे,
कैद में है द्वेष की
अवसाद में गमगीन चेहरे!
कुंठित कुछ संकीर्ण चेहरे
कुछ कुंठा से भिन्न चेहरे,
शापित सोच - हीन चेहरे
मुक्त भाव - शालीन चेहरे!

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20 APR 2021 AT 19:49



स्नेह समर्पण स्वाभिमान का
शक्तिपुंज ये रावला
फिर रजवाड़ी ओज तेज का
दिव्य कुंज ये रावला

रजपूती तलवार सरीखा
परम प्रतापी रावला
अपनायत और प्रेम सिखाता
कुटुंब हमारा रावला

वैभवशाली गाथाओं को
याद कराता रावला
धैर्यशील गंभीर बनाता
रॉयल हमारा रावला

कितना इसने मान बढ़ाया
कितना स्नेह सजाया है
दूरी सारी कमतर कर दी
सबको क्या खूब मिलाया है

अतिहर्षित मन आज है मेरा
उर्जित सी ये काया है
खुशियों वाली इस क्यारी में
जब से खुद को पाया है

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27 FEB 2021 AT 9:03

खिलखिलाते आसमां
और मस्त लहरों पर अभिमान कर
मेरा स्वप्न तू , मेरा अंश है
मुस्कुरा, गुमान कर !!
धुरी मेरे विश्वास की
तू ही, जीने की वजह
स्नेह मेह की तू ज़मीं
सर उठा, कमाल कर !!

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19 NOV 2020 AT 8:18

"शिद्दत" है
पर मुद्दत नहीं..।।

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20 JUN 2020 AT 19:33

Because It's just the matter of interest

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17 JUN 2020 AT 16:19

दौलत का दोस्त हुआ था एक 'दिन'
उस 'वक़्त' से ऐसा करार हो गया
वो बेचैन रहा नोटों की निगरानी में
मैं लम्हें चुराकर फरार हो गया !!!

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30 APR 2020 AT 10:23

कभी बहुत शिकायतें थी ज़िंदगी से,
ज़िंदगी के कुछ हिस्सों से,
इसका हिस्सा रहे कुछ लोगों से..
जो शिकायतें अब नहीं हैं,
माफ़ करना सीख गई हूँ शायद..
एक सवाल था कि मैं ही क्यूँ??
अब समझ आता है,
मुझे सिखाने का सृष्टि का ये अपना तरीका था
और शायद यही बेस्ट था.. :)

~ श्रीधा

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30 APR 2020 AT 10:08

तमाम बंदिशे
सिर्फ इतना ही रोक पाई
मेरे हिस्से की रोशनी को
मुझ तक आने से !!

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20 APR 2020 AT 8:30

मुश्किल है बहुत मंज़िल का सफ़र
मनमर्जियां है अक्सर नाज़ाहिर
ढूंढ़ लेता है फिर भी सब जीत के निशां
एक अनजान ज़िद्दी मुसाफिर !!

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19 APR 2020 AT 11:33



यार की परवाह से भरा है
उसकी दुआओं का शहर
हर गली हर नुक्कड़ पर वो
मोहब्बत के हसीं ख्वाब लिखता है !

वो लिखता है वादों के बाद का वक़्त
वो दिल के सारे ज़ज्बात लिखता है
वो लिखता है बेताबी की सरहदें भी
वो इश्क़ का नाम हर रात लिखता है !!

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