24 FEB 2018 AT 23:49

सुनो मुझे तुमसे प्यार है
वो नहीं जो मां बाप से होता है
और वो भी नहीं जो महबूबा से होता है
लेकिन मुझे तुमसे प्यार है
वो जो एक सच्चे दोस्त को होती है
बहुत भरोसा किया था तुमपे
नहीं नहीं अब भी करता हुं
लेकिन तुम हमें बताओ क्या तुम उसके लायक हो
शायद नहीं क्यूंकि
तुमने हमारी ही बात हमसे छुपाई
जितना मैं नहीं जानता मेरे बारे में उतना तुम जान गई
मुझे मेरी बुराई जो मुझे नहीं पता थी वो बताई
बिना किसी अच्छाई के
हर बार मुझे मनाया क्या इसलिए
कि तुम मेरी और बुराई देखो
लेकिन अब थोड़ा गौर करेंगे
तुम्हारी आंखों को साफ करने के लिए अपनी ही आंख खंगालेंगे
इसलिए कि तुम्हे कुछ अच्छाई दिख सके
इसलिए कि तुम थोड़ा मीठे ही जाओ
लेकिन मैं बता दूं कि मुझे तुमसे अब भी प्यार है

~फिroz आlam

- Firoz