रिश्तों में संतुलन ज़रूरी है, वरना एक की अकड़ और दूसरे का झुकाव दोनों को अकेला कर देता है।
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एकांत में दार्शनिक!(shiv)
(Shiv)
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निरंकार है तू साकार है तू । कण कण में अविनास है तू जगत तेरी माया है हर क्षण तेरा साया है ... read more
Joined 15 October 2017
30 JUN AT 19:11
15 JUN AT 0:11
वक्त के साथ सब कुछ बदलते जा रहा है रात में चमकने वाला चांद और ठंडक पहुंचाने वाला भी सूरज की तरह आग बरसा रहा है।
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31 MAY AT 10:21
।।मंजिल हमेशा सब्र मांगती है और अगर
सब्र खत्म हो जाए तो कब्र।।-
30 MAY AT 22:16
I had stumbled and fallen long ago...
the one who got up and ran later was not me........-
25 MAY AT 9:12
These responsibilities are so self-centred that people turn their wishes into compromises...
-shiv.-
23 MAY AT 1:03
कई बार जीवन में कुछ कार्य ऐसे होते हैं जिसे आप चाह कर भी करना नहीं चाहते हैं किंतु आपकी ज़रूरतें आपकी हालत आपकी स्थिति उन चीजों को करने के लिए आपको बाध्य कर देती है।
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2 MAY AT 19:47
when a person that can have
patience can have what he will.-