15 JAN 2018 AT 10:02

ये शज़र के पत्ते
मुहब्बत के कीमती वरक़ हैं
जिंदगी की किताब पर लिक्खे हुए
बिख़र गए हैं जो सरेराह,
ज़िंदगी पूछती है-
'कमबख्त !
तुम हिसाब में इतने कमज़ोर तो नहीं थे!'

- © दुष्यंत dushyantlive