22 JUL 2017 AT 14:11

मोतियों की माला है तू, जिन्हें पिरोया मैंने प्यार के धागों में।
पर बिखेर दिया तूने मेरी ही माला को, फैला दिए यह मोती नफ़रत की ही आग में॥

- दीक्षा❤️