तेज ज़िंदगी की रफ़्तार मे कुछ यु गुजर चले हे;कि आज दोस्तों से भरी वो महेफिले भी हमे नसीब नहीं... -
तेज ज़िंदगी की रफ़्तार मे कुछ यु गुजर चले हे;कि आज दोस्तों से भरी वो महेफिले भी हमे नसीब नहीं...
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