वो जब शाम ढलती रही.. तेरे जाने के बाद तेरे साथ की तलब और बढती रही - 'धर्मी'
वो जब शाम ढलती रही.. तेरे जाने के बाद तेरे साथ की तलब और बढती रही
- 'धर्मी'