उन खिलौनों को खेलने से ज्यादा,उसे बेचने की जल्दी थीइस भूखे बच्चे को आज,रोटी की उम्मीद थी©Devika parekh 2017 - तरपल
उन खिलौनों को खेलने से ज्यादा,उसे बेचने की जल्दी थीइस भूखे बच्चे को आज,रोटी की उम्मीद थी©Devika parekh 2017
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