ताश के बावन पत्तों के जोकरयाकि एक महल के नौकरनेपथ्य में ख़ुसुर- फुसुर करते हैं -कुछ भी होलेकिन बेगम बादशाह की ही होती है..._____________ -
ताश के बावन पत्तों के जोकरयाकि एक महल के नौकरनेपथ्य में ख़ुसुर- फुसुर करते हैं -कुछ भी होलेकिन बेगम बादशाह की ही होती है..._____________
-
स्क्रॉल करने सेजिंदगी के कठिन दिन नहीं गुजरतेना ही पॉज करने सेरुक सकते हैं वो पलजब रोक सकते थे उसे जाने सेजिसके जाने से फिर कुछ नहीं बचता...*************** -
स्क्रॉल करने सेजिंदगी के कठिन दिन नहीं गुजरतेना ही पॉज करने सेरुक सकते हैं वो पलजब रोक सकते थे उसे जाने सेजिसके जाने से फिर कुछ नहीं बचता...***************
एक सवेरा यूँ भी होतातुम होते और मैं होती होती छोटी छोटी बातें सावन की मदमस्त बरसातेंएक बारगी एक सांस में कर जाते जन्मों की बातें !एक सवेरा यूँ भी होता हम दोनों में, हम दोनों होते दुनिया का कोई जिक्र ना होता एक सवेरा ... -
एक सवेरा यूँ भी होतातुम होते और मैं होती होती छोटी छोटी बातें सावन की मदमस्त बरसातेंएक बारगी एक सांस में कर जाते जन्मों की बातें !एक सवेरा यूँ भी होता हम दोनों में, हम दोनों होते दुनिया का कोई जिक्र ना होता एक सवेरा ...
स्त्री गढ़ी गई पुरूष कुम्हार का चाक था - केंद्र बना रहा स्त्री मिट्टी थी - उसके नियंत्रण में अपना आकार ना था... -
स्त्री गढ़ी गई पुरूष कुम्हार का चाक था - केंद्र बना रहा स्त्री मिट्टी थी - उसके नियंत्रण में अपना आकार ना था...
क्षणिक सुविधाओं की लालसा मेंअपनी स्वतंत्रता से समझौता करना बहुत बड़ा व्यक्तिगत घाटा है ... -
क्षणिक सुविधाओं की लालसा मेंअपनी स्वतंत्रता से समझौता करना बहुत बड़ा व्यक्तिगत घाटा है ...