22 MAR 2018 AT 13:28

हमें चलना सिखाया
हमें पड़ना सिखाया
खुद ज़िन्दगी से लड़कर ,
हमारी खुशी के लिए
माँगा जो हमने
हमें वो दिलाया। ...
अपनी खुशियों को दबाया
अपनी आखों के आंसू को हमसे छुपाया
बनकर खुद छत , हमें दी छाया
वो कोई और नहीं
वो है मेरे सबसे अच्छे दोस्त मेरे पापा
जिन्होंने ज़िन्दगी के हर पल.. हर खुशी से
मुझे रूबरू करवाया..

- Deepak pant