20 NOV 2017 AT 12:02

आपके संग रहना चाहा
ख़ुद को आपके दरबार में पाया

साथ आपका था माँगा
खुद को आपके चरणों में पाया

सतगुरु की शरण में थे हम
छू ना सकती कोई तक़लीफ़ हमें

ख़ुद से ज़्यादा है भरोसा उनपर
तभी तो सब कुछ उनसे बाँटते हुए ख़ुद को पाया

- An Orderly Mess ♥️