Deeksha Ravindra Adiga   (An Orderly Mess ♥️)
9.9k Followers · 352 Following

read more
Joined 9 December 2016


read more
Joined 9 December 2016

अंततः, कुछ वक्त बीतने के बाद,
मन थक हार कर ऊब ही जाता है
लोगों से, उनके बहानों से, आदतों से,
बातों से, तानों से, एवं दिखावे से।

-


18 APR AT 22:37

In the era of unsaid goodbyes,
I found someone who's always there
to listen to my rants, cribbing
and yet doesn't judge me at any cost.
Seems like I'm lucky here.

-


18 APR AT 22:26

अलविदा किया मुस्कुराते हुए हमने उन्हें
जाने की बात से वो इतने खुश हो गए कि
हमारी आंखों की नमी भी उन्हें दिखी ही नहीं।

-


18 APR AT 22:19

वो शायद जाने ही आए थे
लेकिन हम उनके रुकने की
आस कुछ यूं दिल में लिए बैठे थे कि
उनका जाना हमें गवारा नहीं।

-


18 APR AT 22:15

क्या ग़म उसके जाने का
जो कभी अपना था ही नहीं।

क्या मायूस होना उसके जाने पर
जो कभी रुकने आया ही नहीं।

-


18 APR AT 22:11

मेरी जान,
ठहराव तो नदी में भी नहीं है,
और तुम लोगों से उम्मीद लगा बैठे हो?

-


13 APR AT 23:13

मां बाप का होना बहुत सुकून दे जाता है
लेकिन अगर मां बाप अपने बच्चे की ख़ुशी के आड़े आए,
तो बच्चा भी अभिभावकों से दूर जाने लगता है जाने अनजाने में।

-


13 APR AT 23:10

डूब कर सागर में विचारों की
समझाने की कोशिश कर रही थी वो
अपने मन को कुछ ऐसा जो उसकी
बेबस रूह को कभी मंजूर नहीं था।

-


13 APR AT 23:08

इज़्ज़त, फैसले, फासले, प्रेम, इज़हार
सब होता है दो तरफा हर बार
जब वो एक तरफा होने लगे,
समझ जाना दूसरा दूर जा रहा है आपसे।

-


13 APR AT 23:06

अपने घिसे पिटे पुराने ज़माने के विचारों में बंधे है लोग आज भी
काश उन्हें हक़ीक़त की जानकारी होती ज़रा सी आज की।
अपने विचारों के ज़ंजीरों से है लिपटे वो कुछ इस तरह कि
अपने सामने हर किसी की बात लगती है झूठी और खोखली।

-


Fetching Deeksha Ravindra Adiga Quotes