19 JUN 2018 AT 1:50

अब इतने बुरे भी हो जाये तो गम नहीं
सादगी तो तुम्हे पसंद नहीं
वो बात जो पहले थी वो अब नहीं
अब तो अपने ही घर के रास्ते अन्जान लगते है
जो फूल तेरी याद में खिलते थे
वो अब बेजान लगते है
वाे बात जो पहले थी वो अब नहीं

- Pundir ji