ये जख्म अभी भरा ही नहींदवा शायद दर्द की थी -
ये जख्म अभी भरा ही नहींदवा शायद दर्द की थी
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मैखाने की महफ़िल में जच्ता रहा हूं मैंखुद ही के दिल से उलझता रहा हूं मैं हर शाम इंतजार करता रहा हूं मैंयूं ही सब्र के जंजाल में फस्ता रहा हूं मैं -
मैखाने की महफ़िल में जच्ता रहा हूं मैंखुद ही के दिल से उलझता रहा हूं मैं हर शाम इंतजार करता रहा हूं मैंयूं ही सब्र के जंजाल में फस्ता रहा हूं मैं
मिलते कहा हैं वो लोग हर किसी कोजो ज़िन्दगी जीने का स्लिखा सिखलाते हैं|बस तसल्ली इस बात की है कि सब धीरे धीरे सीख जाते हैं| -
मिलते कहा हैं वो लोग हर किसी कोजो ज़िन्दगी जीने का स्लिखा सिखलाते हैं|बस तसल्ली इस बात की है कि सब धीरे धीरे सीख जाते हैं|
वो परिंदे इस शहर के थे ही नहीं शायदवरना घोसले की चाह रखने वाले जंगल नहीं जलाया करते -
वो परिंदे इस शहर के थे ही नहीं शायदवरना घोसले की चाह रखने वाले जंगल नहीं जलाया करते
हम वक़्त रहते संभल ही जातेक्या जरूरत थी फिर से ज़िन्दगी में आने की? -
हम वक़्त रहते संभल ही जातेक्या जरूरत थी फिर से ज़िन्दगी में आने की?
एक वो थी जिसने जीने का स्लीखा सिखलाया था।एक वो ही है जो मरने की वजह दे गई। -
एक वो थी जिसने जीने का स्लीखा सिखलाया था।एक वो ही है जो मरने की वजह दे गई।
हाल पूछना तो बस एक बहाना है।अभी तक ज़िंदा में हूं कैसे?उन्हें तो बस इस मसले सुलझाना है। -
हाल पूछना तो बस एक बहाना है।अभी तक ज़िंदा में हूं कैसे?उन्हें तो बस इस मसले सुलझाना है।
मेरी बरबादी का मंज़र भी बड़ा आम सा था।वो छोड़ कर गई सालों बीत गए,हम यादें संजोए आज भी बैठें हैं। -
मेरी बरबादी का मंज़र भी बड़ा आम सा था।वो छोड़ कर गई सालों बीत गए,हम यादें संजोए आज भी बैठें हैं।
हम टूटे थे,जुद कर,फिर बीखर गएये हाल बस कुछ ही दिन पुराना लगता है -
हम टूटे थे,जुद कर,फिर बीखर गएये हाल बस कुछ ही दिन पुराना लगता है
Haal-e-dil bayan karna Thoda hisab se Muskuraiye Aap desh me ab azad haiMere desh ke veer jawan se -
Haal-e-dil bayan karna Thoda hisab se Muskuraiye Aap desh me ab azad haiMere desh ke veer jawan se