लोग रिश्तें नही मतलब साधतें हैझूठे अपनेपन से दिल मे बस जातें हैऔर फिर अपना मतलब निकल जानें परबीच भंवर में तन्हा ही छोड़कर चले जातें है - 【दोस्त C.L】
लोग रिश्तें नही मतलब साधतें हैझूठे अपनेपन से दिल मे बस जातें हैऔर फिर अपना मतलब निकल जानें परबीच भंवर में तन्हा ही छोड़कर चले जातें है
- 【दोस्त C.L】