16 FEB 2018 AT 13:11

हमनें नफ़रत को नफ़रत ही रहनें दिया !
पर उसनें मोहब्बत की आड़ में मोहब्बत से,
हमकों बे-हिसाब बरबाद कर दिया !

- 【दोस्त C.L】