16 MAR 2018 AT 0:30

अपनें बदन की खुशबू से ही वो ऐसी आग लगातें हैं
एक बात जो पास से भी गुजरे तो फिर कहाँ हम सम्भल पाते हैं

- 【दोस्त C.L】