मुसाफिर है सभी जिंदगी के इस सफ़र मे
इसलिए साथ चलते रहिए
और बातें करते रहिए
चुप रहने से अकसर रिश्ते भी
उदास हो जाते है
इसलिए जब भी वक्त मिले
कुछ अपनी सुनाए,,
और दूसरों की सुनते रहिए
कुछ यादें देते रहिए
कुछ यादें संजोते रहिए
गांठे ना मन मे रखिए
सिलसिला बातों का चलाए रखिए
हँसते हँसाते ,, चाहे कभी रोते-रुलाते
हरदम बाते करते रहिए
और जिंदगी के सफर मे आगें बढ़ते रहिए।
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