14 JUL 2018 AT 14:19

वो आखिर मजबूरियां ही रही होंगी तुम्हारे यहां ठहरने की,वरना, इस गली के आख़री मकान से तो परिंदों ने भी कब का किनारा कर लिया है!!

- ViWa