आप उम्र में एक तो मुझसे बड़ी हो,
दूजा किसी और की अमानत हो,
तीसरा डरता हूं आप से यह सब बातें करने में,
पर बहुत सुंदर लगते हैं आप,
आप से अकेले में बात करनी है,
आप खुद ही पूछ लो एक बार,
मुझे थोड़ा हौसला मिल जाएगा....
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ऐक चेहरा मेरी आंखों में आबाद हो गया,
बिना पढ़े भी मुझे वो याद हो गया,
वो इतनी सुंदर भी नहीं है, फिर भी दिल मेरा,
मुश्किल से संभाला था, बर्बाद हो गया।-
हाथों में हाथ डालकर कुछ बातें करना चाहता हूं,
तुम्हें मैं जाना अपनी बाहों में भरना चाहता हूं,
सिर्फ जिस्म नहीं चाहिए, तेरे दिल में उतरना चाहता हूं,
कुछ तेरी मानूंगा ,कुछ अपनी करना चाहता हूं,-
किसी और की बाहों में होगी वो,
मेरे बारे में तो कुछ
सोचती भी कब है वो?
किसी और को अपना मान रही होगी वो,
सारा मौसम का होगा,
कसूर अपना कभी मानती भी कब है वो ?-
नज़र मिला नहीं पाते तुमसे,
हम नज़र चुराने लगते हैं,
तेरे सामने आकर लब मेरे,
यह लड़खड़ाने लगते हैं,
डर है कि तुम रूठ न जाओ,
वरना भर लूं बांहों में,
उम्र में बडी हो पागल फिर भी,
कर रखा है तेरी अदाओं ने...
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पैसों की खुशबू से महक उठती है जिसम की बदबू,
हवस तो बिन पैसों के प्यार करने को कहते हैं...-
एक ही ज़िन्दगी है, एक ही तुम हो,
एक ही मैं हूं ,
तू अगर मेरी बांहों में न आई तो
सारी जिंदगी मलाल रहेगा,
करदो कुछ रहम अब मुझ पर,
वादा है तेरा ख्याल रहेगा...-
तेरे जिस्म की खुशबू आती है
मुझे सर्द हवाओं में,
इस प्यार के मौसम में,
आ जाओ मेरी बांहों में,
करेंगे बातें जी भर के,
प्यार तो होगा ही,
लाली ही लाली होगी ,
तेरी मस्त निगाहों में....-
और कितना लिखवाओगी मुझसे ,
सीधा मुझे बोल दो कि तुम्हें क्या चाहिए...
इंतज़ार की इंतहा मत करो,
प्यास मिटा लेंगे और क्या चाहिए ?-