एक कोने में सुबका दुबका सा पड़ा था कागज़,आज आग लगी तो सारे परखच्चे उड़ गए।मैंने आज शब्द नहीं उसका बदन उकेरा था। - हर्षनाद
एक कोने में सुबका दुबका सा पड़ा था कागज़,आज आग लगी तो सारे परखच्चे उड़ गए।मैंने आज शब्द नहीं उसका बदन उकेरा था।
- हर्षनाद