कुछ अल्फाज़ रिश्तों मे अच्छे नहीं लगते,
कुछ अंदाज़ रिश्तों में अच्छे नहीं लगते,
दरमिया दो दिलों के दिल से जुड़े रिश्तों में ,
दूसरो के दख़लअंदाज़ अच्छे नहीं लगते।
वो चाॅ॑द जो है यही ज़मीन पर,
उन पर काले दाग अच्छे नहीं लगते,
सही है अगर संभल जाओ खुद से ही,
क्योंकि देरी हर काम में अच्छी नहीं लगती।।
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