हसीं यादें वो बचपन की कहीं दिल से न खो जाएँमैं अपने आशियाने में खिलौने अब भी रखता हूँ~बशीर महताब -
हसीं यादें वो बचपन की कहीं दिल से न खो जाएँमैं अपने आशियाने में खिलौने अब भी रखता हूँ~बशीर महताब
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