फटी जुराब सी है ये ज़िंदगी,सीवन जो अनसुलझी है, साँस लेती है;जितना ढकी है, बचा लेती है।। - CalmKazi
फटी जुराब सी है ये ज़िंदगी,सीवन जो अनसुलझी है, साँस लेती है;जितना ढकी है, बचा लेती है।।
- CalmKazi