22 SEP 2017 AT 0:56

मेरी शायरी
एक टूथपेस्ट की ट्यूब है।

तेरे साथ से पहले और मिलने के बाद,
बहुत थी
और कहीं से भी
उतनी ही रिसती ।।

अब वक्त के साथ और महीनों बाद,
कम है
पर ढंग से जो ऐंठी
तो सही काम कर जाये ।।

सोचता हूँ बदल लूँ,
मेरी शायरी।

- CalmKazi