24 JUN 2017 AT 9:31

कभी तेरी मुस्कराहट के चलते,
रोक लिया खुद को ।
कि तूने सामने आकर
वक़्त ही रोक दिया ।
तेरी निगाहें हीं थी
वो कातिल बेशरम
इस बदतमीज़ को शायर बना दिया ।।

- CalmKazi