14 MAR 2018 AT 21:39

मिट जाओ बेशक चाहे तनहा जी कर
पर किसी के साथ का इन्तजार मत करना
यहाँ हर कोई साथ हो कर दूर चला जाता है
अपनी यादों के साथ तनहा छोड़ जाता है

- बेहदलेखनी (भवानी देपावत)