छन्द शाखा के तरु पल्लव में लिपटी हुयी मेरी रचना! जीवन को संयोजित कर के लिखी मैंने एक कल्पना !हैं नहीं मुझे भाषा ज्ञान उत्तम,फिर भी अपना विचार व्यक्त मैं करता हूँ !प्रेरित हो जाए एक भी मनुष्य ऐसी कोशिश मैं करता हूँ ! - बलराम कश्यप
छन्द शाखा के तरु पल्लव में लिपटी हुयी मेरी रचना! जीवन को संयोजित कर के लिखी मैंने एक कल्पना !हैं नहीं मुझे भाषा ज्ञान उत्तम,फिर भी अपना विचार व्यक्त मैं करता हूँ !प्रेरित हो जाए एक भी मनुष्य ऐसी कोशिश मैं करता हूँ !
- बलराम कश्यप