12 AUG 2017 AT 18:55

कल तेरा यूँ बिछड़ना एक दर्द दे गया मोहब्बत का वो लम्हा कहाँ बिछड़ा,
कोशिश करनी चाही थी कि तुझे रोक लूँ पर,
रुसवाइयों की उस बेहिसाब आँधी में इश्क़ की किताब का हर पन्ना उड़ गया....

- "S@umy"