28 FEB 2018 AT 19:30


मुझसे राहों ने कब दग़ा की
मुझे मंज़िल ने छला है ।

मैं राही था तो सुकूँ से था
मैं मंज़िल पा कर बेचैन हुआ हूँ ।

- J