17 JUL 2018 AT 12:51

दोस्ती सारी बरकरार है
इस दिल में, दबे हुए,
दोस्तों का कुछ पता नहीं।
शिकायत करूँ? किससे?
सभी ने हैं हस कर कह दिये
बेटा, ज़िंदगी यही ज़िंदगी।

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- BISWAJIT Mukhopadhyay