चाहत गहरी होती गई जुदाई में;रेगिस्तान कहाँ, सागर मिला। - BISWAJIT Mukhopadhyay
चाहत गहरी होती गई जुदाई में;रेगिस्तान कहाँ, सागर मिला।
- BISWAJIT Mukhopadhyay