रात की खामोशियों को लिखना कभी,अल्फाज़ कम पड़ जायेंगे लिखने के लिये। - Atul Jain
रात की खामोशियों को लिखना कभी,अल्फाज़ कम पड़ जायेंगे लिखने के लिये।
- Atul Jain