2 APR 2018 AT 14:45

है ये ज़रूरी तो नहीं की मोहब्बत में हर लफ़्ज़ गुलाब से हो....
कभी कभी खुद का एह्सास कराने के लिए...
गुलाब भी कान्टे चुभाते है....

- अज़ीम_the cyber poet©