है ये ज़रूरी तो नहीं की मोहब्बत में हर लफ़्ज़ गुलाब से हो....कभी कभी खुद का एह्सास कराने के लिए...गुलाब भी कान्टे चुभाते है.... - अज़ीम_the cyber poet©
है ये ज़रूरी तो नहीं की मोहब्बत में हर लफ़्ज़ गुलाब से हो....कभी कभी खुद का एह्सास कराने के लिए...गुलाब भी कान्टे चुभाते है....
- अज़ीम_the cyber poet©