25 JUN 2018 AT 20:16

वक़्त के मारे हम ,
पल भर में हारे हम।
ना जाने जिंदगी के किस मोड़ पर आ अटके है,
हँसना भी चाहते है,
तो रो देते है हम।

- कलम बाबा