वक़्त के मारे हम ,पल भर में हारे हम।ना जाने जिंदगी के किस मोड़ पर आ अटके है,हँसना भी चाहते है, तो रो देते है हम। - कलम बाबा
वक़्त के मारे हम ,पल भर में हारे हम।ना जाने जिंदगी के किस मोड़ पर आ अटके है,हँसना भी चाहते है, तो रो देते है हम।
- कलम बाबा