प्रेम की तो परिभाषा हीं पीड़ा है।जो सुखद है , वो क्रीड़ा है।अशीष मीना पराशर -
प्रेम की तो परिभाषा हीं पीड़ा है।जो सुखद है , वो क्रीड़ा है।अशीष मीना पराशर
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सूरज स्वामी है ।धरा है ध्रुवस्वामिनी।चंदा जलता है , लेकर इतनी चांदनी ।प्रेम तपस में राधा किशन के बाधा है।सूरज पूरा , धरती पूरी ।चंदा मामा आधा है।आशीष मीना पराशर -
सूरज स्वामी है ।धरा है ध्रुवस्वामिनी।चंदा जलता है , लेकर इतनी चांदनी ।प्रेम तपस में राधा किशन के बाधा है।सूरज पूरा , धरती पूरी ।चंदा मामा आधा है।आशीष मीना पराशर
तुझमें रब दिखता है कि नहीं ।कह नहीं सकते।हमने तेरे बाद कुछ नही देखा।और उससे पहले का सब भूल गए।अशीष मीना पराशर -
तुझमें रब दिखता है कि नहीं ।कह नहीं सकते।हमने तेरे बाद कुछ नही देखा।और उससे पहले का सब भूल गए।अशीष मीना पराशर
तुम हो तो क्या गम है।तुम हो ना?आशीष मीना पराशर -
तुम हो तो क्या गम है।तुम हो ना?आशीष मीना पराशर
दिल तुड़वा कर बैठे हैं ।लोगो को लगता है , की ऐंठे हैं।आशीष मीना पराशर -
दिल तुड़वा कर बैठे हैं ।लोगो को लगता है , की ऐंठे हैं।आशीष मीना पराशर
मैं रोता नहीं हूं , मैं कलम डुबोता हूं दवात में।और चीख देता हूं किताब पे।आशीष मीना पराशर -
मैं रोता नहीं हूं , मैं कलम डुबोता हूं दवात में।और चीख देता हूं किताब पे।आशीष मीना पराशर
आपने मेरी सारी बातें मान ली।सच बताइए छोड़ के जाने वाले है क्या।आशीष मीना पराशर -
आपने मेरी सारी बातें मान ली।सच बताइए छोड़ के जाने वाले है क्या।आशीष मीना पराशर
फरेब था , बड़ा एब था ।पर जो भी था , दिल का साहेब था।आशीष मीना पराशर -
फरेब था , बड़ा एब था ।पर जो भी था , दिल का साहेब था।आशीष मीना पराशर
दिल की उखली में मोहब्ब्त कुटी जा रही है।महबूब हाथ छुड़ा चुका है , मोहब्ब्त छूटी जा रही है।आशीष मीना पराशर -
दिल की उखली में मोहब्ब्त कुटी जा रही है।महबूब हाथ छुड़ा चुका है , मोहब्ब्त छूटी जा रही है।आशीष मीना पराशर
कभी मिलें वो तो कहना उनसे।मेरा मुश्किल है , बिन रहना उनके।आशीष मीना पराशर -
कभी मिलें वो तो कहना उनसे।मेरा मुश्किल है , बिन रहना उनके।आशीष मीना पराशर