रहिमन विपदा ही भली. जो थोरे दिन होय ! हित अनहित या जगत मे , जानि परत सब कोय !! अर्थ : कुछ दिन रहने वाली विपदा अच्छी होती है ! क्योंकि ईसी दौरान यह पता चलता है कि दुनियां मे कौन हमारा हित या अनहित सोचता है ! (रहिमन दोहा)
- अशहर गौहाटवी
14 JUL 2017 AT 1:27