अगर तुम्हें लगता है कि तुम आजकाल खुद से बात करते हो,
अगर तुम्हें लगता है कि तुम आजकल खोये खोये से रहते हो,
अगर तुम्हें लगता है कि जैसे तुम्हारे बाल हवाओं में लहरा रहे हो,
अगर तुम्हें लगता है कि जैसे तुम्हारे कानो में कोई कुछ कह रहा हो,
तो शायद वो प्यार नहीं,
भूत हो।
- Mohd Asad Noori