धन्य धन्य ये धरा हुई है, धन्य हुआ ये आसमान। धन्य धन्य जन-जन हुए है, धन्य हुआ ये जहान। धन्य धन्य मेरे चित्त आनंदित, धन्य हो जय जय श्री राम पुकारे। धन्य धन्य मेरे नैन हर्षित, धन्य राघव के रुप निहारे। धन्य धन्य ये मेरा जीवन देख, धन्य मेरे आराध्य अपने धाम पधारे, धन्य धन्य मेरा मन गदगद, धन्य हो जय जय श्री राम पुकारे।
"रंग" वो एक रंग प्रेम का ले आना तूम, गालों को रंगीन करने के लिए| वो एक रंग खुशी का ले आना तूम, हर एक के मन पे छाने के लिए| वो एक रंग विश्वास का ले आना तूम, कमजोर कभी न पडने के लिए| वो एक रंग प्रयास का ले आना तूम, आखरी दम तक संघर्ष करने के लिए | वो एक रंग जीत का ले आना तूम, मिलकर आगे बढने के लिए| और रंग कुछ ऐसा ले आना तूम कि हर कोई चाहे तेरे ही रंग मे रंगने के लिए|